जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद भारत की चुप्पी अब किसी बड़े तूफान की चेतावनी जैसी लग रही है। इस हमले ने सिर्फ देश को आक्रोशित ही नहीं किया, बल्कि सीमा पार बैठे साजिशकर्ताओं की नींद भी उड़ा दी है। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन टीआरएफ की जिम्मेदारी लेने और फिर पलटी मारने की चालाकी को भारत ने पढ़ लिया है — और अब जवाब ‘कल्पना से परे’ होने वाला है।
सेना को खुली छूट, CCS मीटिंग से पहले इस्लामाबाद में हड़कंप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के बाद सेना को साफ निर्देश दे दिए हैं – जवाब की ताकत और समय का निर्धारण अब फौज करेगी। 30 अप्रैल को पीएम आवास पर बुलाई गई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की अहम बैठक से पहले पाकिस्तान में बेचैनी चरम पर है। शाहबाज शरीफ सरकार के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार खुद सामने आकर यह कह रहे हैं कि भारत अगले 24 से 36 घंटे के भीतर सैन्य कार्रवाई कर सकता है।
बदले की आंच में झुलसता पाक, बार-बार सफाई में जुटा
हमले के बाद सबसे पहले टीआरएफ ने जिम्मेदारी ली और फिर भारत के सख्त रुख को देखते हुए यू-टर्न लेते हुए कहा कि उनका अकाउंट हैक हो गया था। यह पाकिस्तानी रणनीति की वही पुरानी दोहरी चाल है — पहले साजिश, फिर सफाई। मगर इस बार भारत सिर्फ शब्दों से नहीं, एक्शन से जवाब देने की तैयारी में है।
कूटनीति भी तेज़, सबूतों की बुनियाद पर होगा वार
भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी नेटवर्क की भूमिका के सबूत देने शुरू कर दिए हैं। सेना के सूत्रों का कहना है कि इस बार कोई जल्दबाज़ी नहीं, बल्कि ठोस प्रमाणों के साथ निर्णायक वार की रणनीति बनाई जा रही है।
भारत की चुप्पी से डर क्यों रहा है पाकिस्तान?
पहलगाम अटैक में 26 निर्दोष लोगों की जान जाने के बाद भारत की तरफ से अभी तक कोई सीधा सैन्य प्रतिक्रिया नहीं आई है, जो पाकिस्तान को और भी असहज कर रही है। पाकिस्तानी सेना और सरकार को अंदेशा है कि जब भारत जवाब देगा, तो वह सीमित नहीं होगा — यह एक रणनीतिक और निर्णायक एक्शन हो सकता है।
क्या अब होगा डायरेक्ट मिलिट्री स्ट्राइक?
जानकारों की मानें तो भारत की रणनीति इस बार पारंपरिक सीमाओं से आगे जा सकती है। ड्रोन हमले, एयरस्ट्राइक या सीमावर्ती आतंकी ठिकानों पर सीधा प्रहार – सब कुछ संभावित है। पाकिस्तान की घबराहट यह बता रही है कि नई दिल्ली अब कोई कोरी चेतावनी नहीं देने वाली।
पाकिस्तानी मंत्री का बयान, डर की गवाही
अताउल्लाह तरार का हालिया वीडियो बयान, जिसमें वह भारत के संभावित सैन्य हमले की बात कर रहे हैं, इस बात की गवाही है कि इस बार पाकिस्तान सिर्फ अंतरराष्ट्रीय मदद की आस लगाए बैठा है – लेकिन शायद बहुत देर हो चुकी है।