उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ मेले में स्नान के लिए मंगलवार देर रात मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई। जबकि 60 लोग घायल हो गए। हादसा संगम तट के पास हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गया। उधर हादसे के तुरंत बाद ही श्रद्धालु हादसे वाले स्थल से निकलने के लिए रेलवे स्टेशनों की तरफ कूच करने लगे , ऐसे में प्रयागराज रेलवे स्टेशन और फाफामऊ रेलवे स्टेशन पर अचानक से यात्रियों का दबाव बढ़ गया और कुछ ही समय पर इन दोनों ही रेलवे स्टेशनों पर पैर रखने की भी जगह नहीं बची, ऐसे में इस स्तिथि से निपटने के लिए एक बार फिर कमान संभाली नार्दर्न रेलवे सिविल डिफेन्स के फ्रंटलाइन प्रहरियों ने |

प्रयागराज में भगदड़ से उत्पन्न हुई स्तिथि से रेलवे स्टेशनों पर भी दबाव बढ़ गया , ऐसे में क्षमता से ज्यादा भीड़ आ जाने से रेलवे स्टेशन भी किसी भी अनहोनी की जद में आ चुका था, पर यहाँ पर पहले ही सिविल डिफेन्स के अधिकारी और जवान मुस्तैदी से कमर कस कर तैयार खड़े थे | भीड़ का दबाव बढ़ते ही सिविल डिफेन्स ने क्राउड कंट्रोल मैनेजमेंट शुरू कर दिया जिस कारण भीड़ का अत्यधिक दबाव होने के बावजूद किसी तरह की भगदड़ की स्तिथि नहीं उतपन्न हुई , वही नार्दन रेलवे सिविल डिफेन्स ने भीड़ व्यवस्थित करने के साथ ही ट्रेन में चढ़ने और उतरने वाले यात्रियों को भी व्यवस्थित किया साथ ही बुजुर्गों और विकलांगो को भी उनकी मंजिल पर पहुँचने में मदद की | वहीँ भारी भीड़ में बीमार यात्रियों को चिकत्सीय सहयता भी उपलब्ध करवाई गयी |


नार्दन रेलवे के डिविजनल सिविल डिफेन्स इन्स्पेक्टर मधुवेंद्र सिंह ने बताया की उनकी टीम से सिविल डिफेन्स 28 सदस्य प्रयागराज स्टेशन और 10 सदस्य फाफामऊ स्टेशन पर लगातार भीड़ को व्यवस्थित करने के साथ ही यात्रियों की हर संभव मदद के लिए चौबीसों घंटे तत्पर है, उन्होंने कहा भीड़ नियंत्रित करने के साथ ही नार्दर्न रेलवे सिविल डिफेन्स यात्रियों को प्राथमिक उपचार, अग्निशमन सेवा, बचाव सेवा उपलब्ध कराने के साथ ही किसी भी अप्रिय दुर्घटना के समय प्रथम पंक्ति में मौजूद रहकर लोगो की मदद को तत्पर रहती है |
Report:- Yogesh singh