बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि संसद भवन की सुरक्षा में हुई चूक एक गंभीर मुद्दा है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस मुद्दे पर सदन में वक्तव्य देना चाहिए।
“राजनीति से ऊपर रखा जाना चाहिए यह मुद्दा”
तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि किसी भी चूक से बचने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी और अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए लोकसभा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। उन्होंने कहा कि लोकसभा की सुरक्षा के लिए उच्च प्रशिक्षित कर्मियों को तैनात किया गया था लेकिन उसकी सुरक्षा घेरे को तोड़ने ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मुद्दे पर सरकार से संतोषजनक जवाब की अपेक्षा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘मुझे आश्चर्य है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अब तक इस मुद्दे पर लोकसभा में वक्तव्य नहीं दिया है।’ उन्होंने कहा कि यह मुद्दा बहुत गंभीर है और इसे राजनीति से ऊपर रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राज्यसभा सदस्य मनोज झा पहले ही इस मुद्दे पर पार्टी के विचार रख चुके हैं।
राजद नेता ने कहा कि देश के लोगों को विस्तार से जानने का अधिकार है कि 13 दिसंबर को लोकसभा की फुलप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था कैसे और कहां विफल हो गई। उन्होंने सुझाव दिया कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सरकार को सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए। गौरतलब है कि 13 दिसंबर को शीतकालीन सत्र में लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो युवक सदन में प्रवेश कर गए। दोनों युवक दर्शक दीर्घा से कूदे थे। कार्यवाही में मौजूद सांसदों के मुताबिक, दोनों युवकों के हाथ में टियर गैस कनस्तर था। दोनों युवकों को सांसदों ने पकड़ा। इसके बाद दोनों को सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया। संसद की कार्यवाही के वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों आरोपी एक बेंच से दूसरे बेंच पर जा रहे थे। भागते हुए एक युवक ने जूते से स्प्रे निकाला, स्प्रे से पीला धुआं निकलने लगा।