अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में एक नागा साधु की बुधवार देर रात गला घोंटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इसकी जानकारी दी । पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि मृतक की पहचान साधु राम सहारे दास (40) के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि बुधवार देर रात गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि मृतक के गले पर एक गहरा निशान पाया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में मृतक साधु के 2 शिष्यों अंकित दास और ऋषभ शुक्ला को गिरफ्तार किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत (पुजारी) राम चरण दास ने कहा कि हत्या करने के बाद हमलावरों ने कमरे के दरवाजे बंद कर दिए और भाग गए। इस हत्या की जानकारी सुबह करीब 6 बजे मिली जब उनके कमरे के दरवाजे नहीं खुले। उन्होंने बताया कि आमतौर पर वह सुबह जल्दी उठ जाते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और जब कुछ साधुओं ने उन्हें आवाज दी तो कोई जवाब नहीं मिला। जब उनके कमरे का दरवाजा खोला गया तो अंदर साधु राम सहारे दास का शव पाया गया और जमीन पर चारों तरफ खून पड़ा था।
हत्या के संबंध में महंत राम चरण दास की ओर से दर्ज की गई थी शिकायत: पुलिस
अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर के नैय्यर ने बताया कि हत्या के संबंध में महंत राम चरण दास की ओर से शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें उन्होंने मृतक के 2 शिष्यों अंकित दास और ऋषभ शुक्ला पर हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। इन दोनों को ही गिरफ्तार कर लिया गया है। हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि मृतक साधु वर्ष 1991 से अपने बचपन के दिनों से हनुमानगढ़ी में रह रहा था। वह हनुमानगढ़ी में एक आश्रम का महंत था जहां वह 8-10 बच्चों को शिक्षा दिया करता था।