कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिस मोची की दुकान पर जाकर उसका हालचाल जाना था, उसे ‘जूते सिलने की मशीन’ भेजी है। जिसे पाकर मोची की खुशी का ठिकाना नहीं है। पार्टी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जननायक राहुल गांधी सुल्तानपुर में मोची रामचेत से मिले थे और उनके काम की बारीकियों को समझा था। अब उनके लिए जूते सिलने की मशीन भिजवाई है जिससे रामचेत को जूते की सिलाई में आसानी होगी। ऐसे हैं आपके राहुल, जन-जन के राहुल।”
मुझे बहुत खुशी है कि इतना बड़ा समान तुरन्त मिल गयाः मोची
रामचेत ने बताया कि मशीन पाने से वह बहुत प्रसन्न है क्योंकि इससे उसे काम करने में काफी सुविधा हो जाएगी। उसने कहा, ‘‘मुझे बहुत खुशी है कि इतना बड़ा समान तुरन्त मिल गया। राहुल गांधी मेरी दुकान पर एकाएक आकर बैठ गए और हमारे कामकाज के बारे में जाना। मैंने बताया कि जूते की सिलाई कहीं और कराता हूं और यहां उसकी फिटिंग करता हूं।” रामचेत ने बताया,‘‘ राहुल गांधी ने कहा था कि मैं तुम्हारी मदद करूंगा और आज ही उन्होंने मशीन भेज दी। पहले मैं एक दिन में एक-दो जोड़ी जूते तैयार कर पाता था लेकिन अब इस मशीन के मिलने से दिनभर में आठ-दस जोड़ी तैयार कर लूंगा। इस मशीन से अब स्कूल बैग, पर्स आदि भी बनाऊंगा।”
सुल्तानपुर से लौटते समय दुकान पर रुके राहुल गांधी
दरअसल राहुल गांधी मानहानि के एक मामले में सुल्तानपुर की अदालत में पेश होने आए थे और लौटते समय वह शहर के बाहरी इलाके में मोची रामचेत की दुकान पर रुके थे। उन्होंने अपने चर्चित अंदाज में जूते और चप्पलों में टांके लगाए और उसका कुशलक्षेम पूछा। मोची ने कोल्ड ड्रिंक पिलाकर नेता विपक्ष का स्वागत किया। राहुल गांधी ने मोची से पूछा कि गरीबों को सबसे ज्यादा किन चीजों की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने जूते और चप्पलों की मरम्मत कैसे की जाती है, ये भी रामचेत से जाना और खुद सिलाई की।