समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव में विजयी हुए पार्टी सांसदों के साथ बैठक की। इस दौरान पार्टी ने अखिलेश यादव को संसदीय दल के नेता के रूप में चुना है। अब अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट इस्तीफा देंगे। वहीं पार्टी मुख्यालय पार्टी सांसदों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी के बढ़ते कद और जिम्मेदारियों को ईमानदारी के साथ निभाना है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तपती दोपहर में मेहनत की है। जनता के मुद्दे जनता के बीच में रखे उसका नतीजा है सपा और इंडिया एलायंस जीतकर आया है। सपा तीसरे नंबर की पार्टी बन गई हैं। सपा की जिम्मेदारी बढ़ गई हैं। जनता की बात लोकसभा में रखना हमारी कोशिश रहेंगी। हमारे साथ सर्टिफिकेट वाले सांसद है बीजेपी के साथ ऐसे साथी है जिन्हे सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया है दोनो को बधाई।
गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन के घटक दल के तौर पर सपा ने यूपी में 80 में से 37 सीटों पर कब्जा किया है जबकि कांग्रेस को छह सीटें मिली हैं। सपा की बड़ी जीत की वजह बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से छिटका पिछड़ा और दलित वर्ग माना जा रहा है। जिसकी बदौलत 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यूपी में 62 सीटों पर परचम लहराया था।