एक तरफ जहाँ प्रदेश सरकार वायु प्रदूषण से बचने के लिए तमाम उपाय कर रही है, वही राजधानी लखनऊ में ही सरकार की नाक के नीचे नगर निगम कर्मी लखनऊ की हवा को और जहरीला बनाने की लिए अपनी आहुति दे रहा है |
मामला लखनऊ नगर निगम के जोन पांच का है , जहाँ कूड़ा निस्तारण के लिए निगम कर्मी प्रतिदिन कूड़े के ढेरो को आग के हवाले कर रहे है | सरोजिनी नगर प्रथम वार्ड के अंतर्गत आने वाले गौरी बाजार , सिद्धार्थ नगर , स्कूटर इंडिया सहित दर्जन भर क्षेत्रो में घरो से कूड़ा एकत्र करने की सुविधा नगर निगम द्वार पहले ही समाप्त कर दी गयी थी, वही अब इन इलाको में निगम सफाई कर्मियों द्वारा काफी समय से झाड़ू तक नहीं लगाईं जा रही , जिस कारण जगह जगह गन्दगी का अम्बार लगता जा रहा है और जलभराव की वजह से डेंगू का भी प्रकोप बढ़ने का अंदेशा है , कुछ समय पूर्व भी इलाके के गंगा नगर में डेंगू से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है , पर प्रसाशन अब भी नहीं चेत रहा है |
सब से ज्यादा दुश्वारियां इस वार्ड के गौरी बाजार में मौजूद है , जहां लखनऊ कानपूर एलिवेटेड एक्सप्रेस वे का निर्माण जब से शुरू हुआ है तब से नगर निगम का कोई भी सफाई कर्मी बाजार में झाड़ू लेकर नहीं आया है , एक तरफ सड़क पर फैली निर्माण सामग्री और गंदगी की वजह से बाजार से ग्राहक गायब है वहीँ , सफाई कर्मी सफाई की बजाए सिर्फ रोज़ सुबह एकत्र हुए कूड़े के ढेरो को आग के हवाले कर चलते बनते है , जिसके धुए से होने वाले वायु प्रदुषण से स्थानीय व्यापारियों को दिन भर दो चार होना पड़ता है , वह भी ऐसा तब हो रहा है जब लखनऊ नगर निगम खुद कूड़ा जलाने पर जुर्माने के बात का ढिंढोरा पीटता है | वहीं इलाके की गंदगी और समस्या से बी जे पी से स्थानीय पार्षद गीता देवी ने भी आँखे मूंद रखी है , जबकी उनकी खुद बाजार में ज्वेलरी शोरूम है , बावजूद इसके जनप्रतिनिधि निष्क्रिय है |