राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था 20 सितंबर से उत्तर प्रदेश की विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) के हाथों में होगी। इसका अंतिम निर्णय गुरुवार को मंदिर की कार्यशाला में हुई स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक में हुआ। ट्रस्ट के साथ सुरक्षा के अधिकारियों ने भी इसको हरी झंडी दे दी है। करीब दो घंटे से अधिक समय तक चली इस बैठक में जनवरी 2024 में प्रस्तावित रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विचार-विमर्श हुआ। एडीजी सुरक्षा केएस प्रताप सिंह ने कहा कि यहां की अभेद सुरक्षा बनाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। अब उत्तर प्रदेश की विशेष सुरक्षा बल एसएसएफ भी अयोध्या पुलिस के साथ लगेगी
प्राण प्रतिष्ठा के दौरान होगी बेहतर सुरक्षा व्यवस्थाः मंडलायुक्त गौरव दयाल
मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के दौरान बेहतर सुरक्षा व्यवस्था होगी। सुरक्षा व्यवस्था को इस प्रकार से दुरुस्त रखा जाएगा कि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। बैठक में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा, एडीजी सुरक्षा केएस प्रताप सिंह, एडीजी पियूष मोर्डिया, सीआरपीएफ लखनऊ जोन के महानिरीक्षक सतपाल रावत, पुलिस महानिरीक्षक पीएसी अर्पण कुमार, मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम नीतीश कुमार, एसएसपी राजकरण नय्यर सहित सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विभागों वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
समय से पूरा करें भक्ति और रामपथ का काम
मण्डलायुक्त गौरव दयाल और जिलाधिकारी नितीश कुमार ने गुरुवार को निमार्णाधीन जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ व राम पथ का निरीक्षण किया। निर्देश दिया कि कैनेपी निर्माण में जो पथ के पत्थरों को डिस्मेंटल किया गया है उनके लिए नये पत्थरों की व्यवस्था उसी पैटर्न के अनुसार लगाने के पूर्व से ही कर ली जाए।