श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में रह रहे चीतों पर लगातार खतरा मंडरा रहा है। यहां पर चीता प्रोजेक्ट के तहत ये चीते नामिबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे। पिछले 4 महीने में 8 चीतों की मौत हो चुकी है और कई सीमा पार कर दूसरी ओर चले गए हैं। आपको बता दें कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां पर 8 चीतों को छोड़ा था। इसके बाद 18 फरवरी को 12 चीते साउथ अफ्रीका से लाए गए थे। यानि यहां कुल 20 चीते थे। ऐसे में अब सवाल यह है कि क्या प्रदेश का वातावरण उनके लिए अनुकूल है या नहीं?
अब भले ही यह बताया जा रहा हो कि बैठक में इन चीतों को दूसरे राज्य में शिफ्ट करने की बात पर पीएम मोदी चर्चा कर सकते हैं। लेकिन आपको बता दें कि केंद्र की ओर से वन्यजीव विशेषज्ञों की टीम को कूनो नेशनल पार्क भेजा गया है। इस टीम में अलग-अलग राज्यों से अधिकारियों का चयन कर उन्हें एक साथ मध्यप्रदेश भेजा गया है। वहीं पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव को लगातार कूनो पर निगरानी रखने का काम सौंपा गया है। तीन चीते इन्फेक्टेड बीते चार महीने में 8 सीटों की मौत हो जाने के साथ ही पार्क में तीन चीते ऐसे भी हैं, जिन्हें इंफेक्शन हो गया है। वन विभाग ने इसकी इसकी पुष्टि भी की है।
प्रोजेक्ट चीता में लगातार आ रही दिक्कतों के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मंगलवार को समीक्षा बैठक का आयोजन किया था। इसमें वन अधिकारियों को प्रत्येक निर्णय का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही वन रक्षकों के जो 20 पद कूनो नेशनल पार्क में खाली हैं, उन्हें भरकर पार्क से सटे हुए पोहरी वन मंडल के 125 किलोमीटर वर्ग क्षेत्र को चीता प्रबंधन क्षेत्र में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं।