राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले लगता है कि कांग्रेस सचिन पायलट को मनाने में सफल रही है। राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बैठक के बाद पायलट ने बृहस्पतिवार को कहा कि राजस्थान में पार्टी के सभी विधायक और पदाधिकारी आगामी विधानसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होकर काम करेंगे। ट्विटर पर भी पायलट को लोगों का काफी समर्थन मिला है।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट कांग्रेस नेतृत्व के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बैठक में इस बारे में चर्चा की गई कि राज्य में हर 5 साल में सरकार बदलने की परंपरा को कैसे बदला जाए। उनका कहना था कि उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों पर कांग्रेस नेतृत्व ने संज्ञान लिया और दिशानिर्देश दिए।
राजस्थान में तोड़ेंगे परंपरा : पायलट ने कहा कि राजस्थान में सरकार बदलने की परंपरा को कैसे तोड़ा जाए, इसको लेकर सार्थक चर्चा हुई है। हमने सभी मुद्दों पर खुले मन से चर्चा की और सबने विश्वास जताया कि फिर से कांग्रेस की ही सरकार बनेगी।
पायलट ने अपनी ‘जन संघर्ष यात्रा’ के दौरान प्रदेश सरकार के समक्ष तीन मांगें रखी थीं, जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) का पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की उच्चस्तरीय जांच शामिल थी।
इस बार इतिहास बदलेगा : वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर कहा- कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में समावेशी विकास एवं जन-कल्याण की योजनाओं को घर घर पहुंचाया है। पार्टी एकजुट होकर आगामी चुनाव में जनता के बीच जाएगी।
किसान, खेत-मज़दूर, युवा, महिलाएं व समाज का हर एक वर्ग कांग्रेस पार्टी में अपनी आस्था व्यक्त कर रहा है। हम सब की आकांक्षाओं का खयाल रखेंगे। राजस्थान का वर्तमान और भविष्य दोनों कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित है। इस बार इतिहास बदलेगा।
