अयोध्या में राम मंदिर निर्माण (Ayodhya ram mandir) का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके जनवरी तक तैयार होने की उम्मीद है। जनवरी के तीसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए यहां आएंगे। मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को सौंपा गया है।
सीआईएसएफ के डीजी शीलवर्धन सिंह ने अयोध्या पहुंचकर राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस अवसर पर मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोग भी वहां उपस्थित थे।
सीआईएसफ की रणनीति में राम जन्मभूमि परिसर को अधिक से अधिक तकनीकी सुरक्षा कवच प्रदान करना है। इसमें एंटी ड्रोन तकनीक भी शामिल हो सकती है। फिलहाल रामजन्मभूमि की सुरक्षा में सीआरपीएफ, पुलिस और पीएसी तैनात है। गर्भगृह की सुरक्षा सीआरपीएफ के हवाले है।
उल्लेखनीय है कि सीआईएसएफ सरकारी कारखानों, महत्वपूर्ण सरकारी भवनों, गौरवपूर्ण विरासत, स्मारकों और दिल्ली मेट्रो को संरक्षण प्रदान करता है। इसके साथ ही ये बल सरकारी गोपनीय कार्यों को सुरक्षित रखना, हवाई अड्डे, बंदरगाह, ऊर्जा संयंत्र और आपदा प्रबंधन के लिए भी कार्य करता है। उसके ऊपर VIP लोगों की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी है।
