Lucknow Kanpur express way News-आने वाले समय में लखनऊ से कानपूर तक का सफर आप भले ही 30 से 40 मिनट में तय कर ले पर एक्सप्रेस वे की इस परियोजना को अंजाम देने में कितने ही स्थानीय निवासियों और व्यापारियों की कुर्बानी दी जा रही है ये देखने और सुनने वाला कोई नहीं है |
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और कानपुर के बीच अभी सड़क मार्ग से दूरी डेढ़ से दो घंटे में पूरी होती है , इस व्यस्त मार्ग को रफ़्तार देने के लिहाज से लखनऊ – कानपूर एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है , दावा है की 6 लेन वाला यह एक्सप्रेस वे 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा
18 किलोमीटर का एलिवेटेड और 45 किलोमीटर ग्रीन फिल्ड पर बनाए जा रहे इस एक्सप्रेस वे के निर्माण में लगी PNCकंपनी की सुस्त रफ़्तार के चलते शायद ही यह संभव हो पाए , वही एलिवेटेड रूट पर निर्माण कार्य में लगी इस कार्यदायी संस्था ने स्थानीय लोगो की जरूरतों और व्यापारिक गतिविधियों को ताक पर रख दिया है |
रास्ते में पड़ने वाले मुख्य व्यवसाइक केंद्र गौरी बाजार और यहाँ के स्थानीय लोग इस निर्माण से खासे परेशान है | दरसल PNC कंपनी ने ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए मुख्य बाजार का करीब दो किलोमीटर का इलाका बैरिकेडिंग लगा के बंद कर दिया है , जिस वजह से स्थानीय लोगो के साथ साथ स्कूली बच्चो को भी अपने घर आने जाने के लिए दो किलोमीटर का पैदल चक्कर लगाना पड़ रहा है | निर्माण से जहां इस रास्ते के संकरे हो जाने की वजह से दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है , वही बैरिकेडिंग और पार्किंग नहीं हो पाने के कारण व्यापारियों के आगे ग्राहकों का टोटा हो गया है |
व्यवसाइयों की मांग पर निर्माण में लगी कंपनी ने पैदल आने जाने वालो के लिए रास्ता खोलने के वादे तो बहुत किये, पर कभी पुरे नहीं किये | लिहाजा स्थानीय व्यापारी दिन भर दुकानदारी की जगह निर्माण स्थल से उड़ती धूल फांकने को मजबूर है |
वहीँ लापरवाह PNC कंपनी ने एक कदम आगे बढ़ते हुए स्कूटर इण्डिया के पास सड़क चौड़ीकरण के दौरान इलाके के मुख्य नाले को ही पाट दिया , जिस कारण करीब आधा दर्जन बस्तियों का गन्दा पानी अब इलाके की देवलोक कालोनी में भर रहा है , जिससे यहां रहने लोग गन्दगी में रहने को मजबूर है | शिकायतों के बावजूद बिना किसी समाधान के एक्सप्रेसस वे का कार्य सुस्त रफ़्तार से बदस्तूर जारी है |
YOGESH SINGH

